भारत ने चंद्रयान-1 को 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च किया था। हालांकि, 14 नवंबर 2008 को जब चंद्रयान-1 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सीमा के पास पहुंचा तो वहां वो दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
2019 में चंद्रयान -2 मिशन लॉन्च किया गया था। हालांकि ये मिशन भी फेल हो गया। फिर भी इसने कई नई जानकारियां उपलब्ध कराने में मदद की।
भारत चंद्रयान मिशन-3 (एलवीएम3एम4-चंद्रयान-3 मिशन) को 14 जुलाई को दोपहर के 2:35 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। चांद की ओर भारत का यह तीसरा मिशन है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मून मिशन चंद्रयान-3 पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 615 करोड़ खर्च किए हैं। जिसमें से 250 करोड़ लैंडिंग मॉड्यूल व प्रॉपल्शन मॉड्यूल पर जबकि लॉन्च सर्विस पर 363 करोड़ खर्च हुए हैं।
बता दें कि चंद्रयान-2 पर इसरो ने करीब 970 करोड़ खर्च किए थे जबकि चंद्रयान-1 पर 386 करोड़ खर्च हुए थे।