भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) को भाजपा आलाकमान ने राजस्थान का नया मुख्यमंत्री (Rajasthan New CM) बनाकर सबको हैरान कर दिया है। हालांकि यह कहा भी जा रहा था कि भाजपा राजस्थान में किसी नए चेहरे को सामने ला सकती है। हुआ भी ऐसा। भाजपा विधायक दल की बैठक में भजनलाल शर्मा के नाम पर मुहर लगी है। भजनलाल शर्मा राजस्थान की सांगानेर विधानसभा सीट से चुनकर आए हैं और पहली बार विधायक बने हैं. ऐसे में पार्टी ने उन्हें सीएम बनाकर हर किसी को चौंका दिया है.।शर्मा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का करीबी माना जाता है।
बता दें कि भजनलाल शर्मा भरतपुर से हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें वहां टिकट नहीं दिया गया था। क्योंकि माना जा रहा था कि वह इस सीट पर जीत नहीं पाएंगे। ऐसे में उन्होंने सांगानेर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 वोटों से पराजित किया है। बता दें कि भजनलाल शर्मा के पास राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री है।
भजनलाल शर्मा का राजनीतिक सफर: अनुभवी नेता से मुख्यमंत्री तक
भजनलाल शर्मा राजस्थान के नए मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उनका राजनीतिक सफर काफी लंबा और सफल रहा है। आइए उनके करियर के कुछ प्रमुख बिंदुओं पर नज़र डालते हैं:
राजनीतिक कौशल:
- शर्मा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1980 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) का छात्र संगठन है.
- वे पार्टी के भीतर भी लोकप्रिय हैं और उन्हें पार्टी के वफादार नेता के रूप में जाना जाता है।
- शर्मा जमीनी स्तर के साथ मजबूत संबंध रखते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी गहरी पैठ है।
- Bhajan Lal Sharma Political Career: भजनलाल शर्मा चार बार भाजपा के प्रदेश महासचिव रह चुके
- भजनलाल शर्मा जयपुर के पूर्व मेयर अशोक लाहोट को हराने के बाद वह सांगानेर से विधायक चुने गए हैं।
भजनलाल शर्मा की संपत्ति
भजनलाल शर्मा की कुल घोषित संपत्ति 1.5 करोड़ है, जिसमें 43.6 लाख चल संपत्ति और 1 करोड़ अचल संपत्ति शामिल है।
भजनलाल शर्मा का इंस्टाग्राम अकाउंट @bjpbhajanlal, फेसबुक हैंडल @www.facebook.com/BhajanLalBJP और ट्विटर अकाउंट @BhajanlalBjp है।
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मुख्यमंत्री का पद:
- दिसंबर 2023 में, शर्मा को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और बाद में उन्हें राजस्थान का 16वां मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।
- उनकी नियुक्ति को पार्टी के भीतर एक आश्चर्यजनक कदम के रूप में देखा गया, क्योंकि कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी इस पद के लिए दावेदार माना जा रहा था।
- हालांकि, उनके अनुभव, राजनीतिक कौशल और पार्टी के प्रति वफादारी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाया।
आगे की चुनौतियां:
- राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में, भजनलाल शर्मा के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
- राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना।
- गंभीर जल संकट का समाधान करना।
- भ्रष्टाचार के आरोपों से पार्टी की प्रतिष्ठा को बहाल करना।
- शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे क्षेत्रों में विकास लाना।
पार्टी सूत्रों की मानें तो शर्मा अपने अनुभव और राजनीतिक कौशल का उपयोग करके इन चुनौतियों का सामना करने और राजस्थान को एक अधिक समृद्ध और विकसित राज्य बनाने का प्रयास करेंगे।