शिवप्रकाश राय: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने अपने प्रत्याशियों की दसवीं सूची जारी की इसमें भाजपा ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर संसदीय क्षेत्र से पारस राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। सौम्य और सरल भाव के पारस नाथ राय पुराने अनुभवी नेता हैं और पुराने समय से आरएसएस से जुड़े हैं।
Parasnath Rai Ghazipur jivan parichay education family age wife
उनके नाम की घोषणा होते ही एक तरफ जहां प्रत्याशी की अटकलों का दौर खत्म हो गया वहीं जिले की राजनीतिक हलचलें तेज हो गई। राजनीतिक विश्लेषक अपने-अपने ढंग से चुनाव का विश्लेषण करने में लग गए हैं।
Parasnath Rai का गांव और उनकी शिक्षा
भाजपा प्रत्याशी पारस राय जखनियां तहसील की मनिहारी ब्लॉक के सिखड़ी गांव के मूल निवासी हैं। वे पिता उमाकांत राय तथा माता मानकी राय की इकलौती संतान हैं। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा कक्षा आठ तक गांव के विद्यालय में ही हुई। उसके बाद उन्होंने इण्टर कालेज भुड़कुड़ा से इण्टर तक की शिक्षा ली। बाद की शिक्षा हेतु बीएचयू में प्रवेश लिया और वहां से संस्कृत संस्कृत में परास्नातक की शिक्षा ली।
पंडित मदन मोहन मालवीय के विचारों से प्रभावित रहे Paras nath Rai
शिक्षा के दौरान वे पंडित मदन मोहन मालवीय के विचारों से अत्यन्त प्रभावित रहे और उन पर गहरी छाप पड़ी। यही कारण था कि गांव वापस आकर और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की कमी को देखते हुए उन्होंने गांव में ही विद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया। यह उनके प्रयासों का ही फल रहा कि सिखड़ी में पंडित मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज का शुभारंभ हुआ। इस विद्यालय में मालवी जी की छवि आज की दृष्टिगोचर होती है। लम्बे समय तक पारसनाथ राय इस विद्यालय के प्रधानाचार्य रहे।
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं Parasnath Rai
बाद में उच्च शिक्षा की आवश्यकता को समझते हुए उन्होंने शबरी महाविद्यालय की नीव रखी जो अब शबरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिखड़ी के रूप में आज अपनी छटा बिखेर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने विद्या पब्लिक स्कूल सिखड़ी आरम्भ कराया जो सीबीएसई बोर्ड से संचालित हो रहा है। पारसनाथ राय शबरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिखड़ी तथा विद्या पब्लिक स्कूल सिखड़ी के प्रबन्धक हैं।
कितने पढ़े-लिखे हैं Paras Nath Rai, क्या अफजाल अंसारी को दे पाएंगे टक्कर?
Parasnath Rai का मनोज सिन्हा से कब और कैसे हुई मुलाकात?
विश्वविद्यालयीय शिक्षा के दौरान ही पारसनाथ राय का सम्बंध जिले के मुहम्मदाबाद क्षेत्र के मोहनपुरा निवासी मनोज सिन्हा से हुआ। बाद में यह सम्बन्ध प्रगाढ़ होता गया। मनोज सिन्हा के पूर्व के सभी चुनाव में पारसनाथ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यही कारण रहा कि सांसद, पूर्व रेल राज्य मंत्री और वर्तमान में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल रहते हुए भी मनोज सिन्हा कभी पारसनाथ राय और सिखड़ी को नहीं भूले। विद्यालय के समारोहों में उनकी उपस्थिति होती रही है।
Parasnath Rai का अफजाल अंसारी से मुकाबला
भाजपा ने पारसनाथ राय के अनुभव, संस्कार और साफ स्वच्छ छवि को देखते हुए उन्हें गाजीपुर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाकर साफ सुथरी राजनीति का संकेत दिया है। इस चुनाव में उनका मुकाबला बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई और निवर्तमान सांसद अफजाल अंसारी से होना तय है। अफजाल अंसारी बसपा के टिकट पर सांसद बने थे परन्तु पाला बदलकर उन्होंने इस बार सपा का दामन थाम लिया और सपा ने अफजाल अंसारी को अपना उम्मीदवार बनाया है।