उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पोते ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- आत्माएं कहती थीं…

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के भतीजे आलोक मिश्रा के बेटे आरव मिश्रा (उम्र लगभग 17 वर्ष) ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। यह घटना पुराने कानपुर के कोहना इलाके की है। आरव 11वीं क्लास में पढ़ता था और राज्य स्तरीय तैराक (स्टेट लेवल स्विमर) था। परिवार के लोग छठ पूजा के लिए बिहार के भागलपुर गए हुए थे, जबकि आरव घर पर अपनी दादी के साथ रह रहा था।

पुलिस के मुताबिक, कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें लिखा था कि आरव को ‘आत्माओं’ से डर लगता है, जो उसे अपने परिवार को मारने या खुद को खत्म करने के लिए कहती थीं। नोट में यह भी जिक्र है कि वह अक्सर अनजान चेहरों को देखता था जो उसे आत्महत्या या हत्या करने के लिए उकसाते थे। जब परिवार ने आरव का मोबाइल चेक किया, तो उसमें नोटपैड ऐप में एक लंबा अंग्रेजी संदेश मिला। उसमें उसने लिखा था कि वह लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान है और सपनों में दिखाई देने वाले लोग उसे नुकसान पहुंचाने के लिए कहते हैं।

घटना के दिन आरव घर में अकेला था। उसकी बहन कॉलेज गई हुई थी और माता-पिता पूजा के लिए शहर से बाहर थे। जब शाम को बहन लौटी, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। कई बार खटखटाने के बाद भी जवाब नहीं मिलने पर पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। अंदर आरव फंदे से लटका मिला। यह देख सबके होश उड़ गए। परिवार और पुलिस को तुरंत सूचना दी गई।

कोहना थाना प्रभारी विनय तिवारी ने बताया कि शुरुआती जांच में आत्महत्या की पुष्टि हुई है। सुसाइड नोट और मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या किसी ने आरव पर मानसिक दबाव डाला था या वह किसी ऑनलाइन कंटेंट या चैट से प्रभावित था। साइबर टीम उसकी सोशल मीडिया और सर्च हिस्ट्री की बारीकी से जांच कर रही है।

आरव शांत और मेधावी छात्र था। वह कानपुर स्विमिंग एसोसिएशन से जुड़ा हुआ था और कई राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुका था। पड़ोसियों के मुताबिक, वह कुछ महीनों से कम बोलता था और ज़्यादातर समय अपने कमरे में अकेला रहता था। घटना के बाद परिवार पूरी तरह सदमे में है। बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता और स्थानीय अधिकारी परिवार से मिलने पहुंचे। पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डिजिटल साक्ष्य आने के बाद ही मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी।

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मयंक शेखर

मैं मीडिया इंडस्ट्री से पिछले 7 सालों से जुड़ा हूं। नेशनल, स्पोर्ट्स और सिनेमा में गहरी रूचि। गाने सुनना, घूमना और किताबें पढ़ने का शौक है।

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