Muharram: पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई इलाके में मुहर्रम जुलूस के दौरान झड़प (Clash during Muharram procession) में कई पुलिसकर्मियों के घालय होने की सूचना है। शनिवार को पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई में मुहर्रम जुलूस के दौरान लोगों के एक समूह और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई। इस घटना में 6 पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इस जानकारी की पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने की।
क्यों हुआ विवाद?
पुलिस के मुताबिक, विवाद आयोजकों द्वारा जुलूस का रूट बदलने को लेकर हुआ। पुलिस ने बताया कि मुहर्रम ताजिया जुलूस जिस रूट से ले जाना तय था, आयोजकों ने उसका मार्ग बदलकर किसी और रास्ते ले जाने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने जब मना किया तो समूह ने उनपर पथराव किया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया तो तीखी नोकझोंक हुई। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठियां फटकारीं। घटना से संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। देखेंः
MusIims pelted stones at police personnel during the Tazia procession in Delhi but this time Delhi police decided to return their festival greetings with more love…. pic.twitter.com/VktP4MeCFD
— Mr Sinha (@MrSinha_) July 29, 2023
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) हरिंदर सिंह ने कहा, बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त हरेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘ नांगलोई इलाके में कई ताजिया जुलूस निकाले जा रहे थे और उनमें करीब आठ से दस हजार लोग शामिल हुए थे। एक-दो आयोजक बेकाबू हो गये और उन्होंने अपने जुलूस का जो रूट पहले से तय किया था, उसे बदलने की कोशिश की।’’
आयोजकों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव किया
उन्होंने कहा, “जब पुलिस ने इस बदलाव पर आपत्ति जताई तो आयोजकों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।”
12 लोगों को मामूली चोटें आईं
पथराव के दौरान छह पुलिस अधिकारियों समेत 12 लोगों को मामूली चोटें आईं। घटना में कुछ पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।इलाके में स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए हैं, जिसमें कुछ लोगों को सार्वजनिक बसों और निजी कारों पर पथराव करते हुए दिखाया गया है। एक वीडियो में पुलिस को व्यवस्था बहाल करने के लिए लाठीचार्ज करते हुए कैद किया गया है।
क्यों मनाया जाता है मुहर्रम?
इस्लामी कैलेंडर मुहर्रम के 10वें दिन यानी यौम-ए-आशूरा पर मुसलमान मातम मनाकर पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। हुसैन 680 ईसवी में करबला (इराक) में हुई जंग में शहीद हो गए थे।