Lalan Bhuiyan: बिहार (Bihar) में शराबबंदी है। शराबबंदी भी ऐसी कि प्रदेश के कई इलाकों में अवैध शराब मिल जाएगी। लोग पी भी रहे हैं और नीतीश (Nitish Kumar) अपनी सख्ती भी दिखा रहा हैं। शराब पीनेवालों को जेल में डालने वाले नीतीश ने अपने एक कमद को लेकर चर्चा में बने हुए हैं।
दरअसल जदयू के जिस नेता को शराब पीने के मामले में जेल भेजा गया था, नीतीश ने अब उसी नेता को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और जदयू नेता ललन भुइयां (Lalan Bhuiyan)को बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग का उपाध्यक्ष बना दिया है। उपाध्यक्ष नियुक्त होने के बाद ललन भुइयां को सर्किट हाउस के सभागार में अंग वस्त्र और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया।
Lalan Bhuiyan शराब पीने के मामले में जेल गए थे
गौरतलब है कि जिस साल नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की थी उसी साल ललन भुइयां शराब पीने के मामले में जेल गए थे। उस समय ललन भुइयां जदयू प्रदेश के संगठन सचिव और औरंगाबाद जिला के संगठन प्रभारी थे। उस समय ललन ने नीतीश के कानून की धज्जियां उड़ाते हुए शराब पीने का जुर्म किया था। पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी। जदयू के भीतर और विपक्ष भी हमलावर हो गया था।
ऐसे में जदयू के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने उस समय ललन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए न सिर्फ उहे पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त किया था बल्कि उन्हें जदयू से भी निलंबित कर दिया था। ललन को शराबबंदी कानून का उल्लंघन करना बेहद भारी पड़ा था। शराब पीते उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो को लेकर उनके खिलाफ अम्बा थाने में मामला दर्ज हुआ था।
वीडियो में ललन भुइयां शराबबंदी की आलोचना करते देखे गए थे। जदयू के पूर्व विधायक द्वारा ही नीतीश के शराबबंदी कानून का मखौल उड़ाने पर उस समय ललन काफी विवादों में घिरे थे। अब उसे ही बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग का उपाध्यक्ष बना दिया है।