आज तक (Aaj Tak)न्यूज चैनल के प्रमुख ऐंकर सुधीर चौधरी ( Sudhir Chaudhary) फिर फंस गए हैं। वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ बेंगलुरु पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। आजतक पर ब्लैक एंड व्हाइट शो (Sudhir Chaudhry Aaj Tak Show) को होस्ट करने वाले सुधीर चौधरी पर फर्जी खबर फैलाने का आरोप है। दरअसल सुधीर चौधरी पर धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों के लिए कर्नाटक सरकार की एक योजना के बारे में “फर्जी खबर” फैलाने का आरोप लगा है। इसको लेकर हिंदी पत्रकार सुधीर चौधरी और समाचार चैनल आजतक पर मामला दर्ज किया है।
शेषाद्रिपुरम पुलिस द्वारा मंगलवार देर रात दर्ज की गई एफआईआर में आईपीसी की धारा 505 (सार्वजनिक उत्पात मचाने वाले बयान) और 153ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के खिलाफ प्रतिकूल कार्य करना) लगाई गई है। सुधीर चौधरी के खिलाफ शिकायत अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तहत राज्य सरकार की एजेंसी कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम (केएमडीसी) में सहायक प्रशासनिक अधिकारी शिवकुमार एस ने की है।
शिकायत के अनुसार, चौधरी ने आजतक पर अपने प्राइम-टाइम शो ब्लैक एंड व्हाइट के दौरान “झूठा दावा” किया कि कर्नाटक हिंदुओं को छोड़कर केवल मुसलमानों, ईसाइयों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को वित्तीय सब्सिडी प्रदान करता है।
Heres another example of shameless, lazy, appeasement politics of bribing certain communities by Rahuls Cong in #Karnataka
Buy a vehicle for Rs 6L, using 50% subsidy, sell it the next day for Rs 5L. Cool profit of Rs 2L.
Only available for nonHindus and does not include poor… pic.twitter.com/x0hXuhZB0J
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) September 8, 2023
चौधरी ने इस योजना को “अल्पसंख्यक तुष्टिकरण” कहा। यह शो 11 सितंबर को प्रसारित किया गया था। चौधरी आजतक में सलाहकार संपादक हैं। शिवकुमार ने कहा कि केएमडीसी धार्मिक अल्पसंख्यकों के गरीब सदस्यों को ऑटो, कैब और माल टैक्सी खरीदने के लिए 3 लाख रुपये तक की 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान करता है, बशर्ते वे वार्षिक पारिवारिक आय, आयु, निवास आदि की पात्रता मानदंड को इसे पूरा करें।
शिवकुमार ने कहा कि इसी तरह की एक योजना डॉ. बीआर अंबेडकर विकास निगम द्वारा गरीब हिंदुओं के लिए चलाई जाती है, जो कर्नाटक के पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तहत काम करती है। उन्होंने कहा, “यह कहना झूठ है कि ऐसी योजना केवल धार्मिक अल्पसंख्यकों (मुसलमानों के लिए है।”
पुलिस उपायुक्त (केंद्रीय) शेखर एच टी ने डीएच से पुष्टि की कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और कहा कि संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाने सहित आगे की उचित कार्रवाई की जाएगी।