Ghazipur News: जिले में आय प्रमाणपत्रों की गड़बड़ी को लेकर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए सिस्टम में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश दिया है। इस कार्रवाई के तहत सात लेखपालों को निलंबित किया गया है, वहीं जखनियां तहसील में तैनात पांच संविदा ऑपरेटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
इसके साथ ही पांच तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) संतोष कुमार वैश्य के निजी स्टेनो राधेश्याम यादव का तबादला जखनियां तहसील कर दिया गया है।
क्यों हुई यह कार्रवाई?
जिले में आय प्रमाणपत्र जारी करने में गंभीर अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई थीं। जांच में खुलासा हुआ कि कई अपात्र लोगों को जानबूझकर कम आय दर्शाकर प्रमाणपत्र जारी किए गए।
सीडीओ स्टेनो राधेश्याम यादव की बेटी पूजा की आंगनबाड़ी पद पर नियुक्ति भी सवालों के घेरे में आ गई। पूजा ने अपने पति, जो जौनपुर में सरकारी शिक्षक हैं, की आय के बावजूद स्वयं की वार्षिक आय मात्र ₹42,000 दर्शाई थी। ग्रामीणों की शिकायत के बाद यह मामला सामने आया, जिसके बाद पूजा ने पद से इस्तीफा दे दिया।
और भी नामों की जांच जारी
जिले में आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया में कुल 14 संदिग्ध प्रमाणपत्र सामने आ चुके हैं, जिनमें शिक्षक, पुलिसकर्मी, प्रधान, कोटेदार सहित कई प्रभावशाली लोगों के परिजनों के नाम शामिल हैं। इन सभी मामलों में नियुक्तियों को होल्ड कर जांच शुरू कर दी गई है।
कार्रवाई की सूची:
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निलंबित लेखपाल: सदर, जमानिया, जखनियां, सैदपुर तहसील से एक-एक और कासिमाबाद से तीन
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एफआईआर दर्ज: जखनियां तहसील के पांच संविदा ऑपरेटर
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तबादला: सीडीओ स्टेनो राधेश्याम यादव
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नोटिस जारी: पांच तहसीलदारों से स्पष्टीकरण मांगा गया