Ghazipur News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस ने मुख्तार अंसारी के आपराधिक नेटवर्क पर बड़ा प्रहार करते हुए मुख्तार अंसारी गैंग (D-31) की सक्रिय सदस्य और नगर पंचायत बहादुरगंज की पूर्व अध्यक्ष निकहत परवीन को गिरफ्तार कर लिया है। निकहत बहादुरगंज नगर पालिका चेयरमैन रियाज अंसारी की पत्नी है और पिछले कई महीनों से फरार चल रही थीं।
कासिमाबाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें बहादुरगंज स्थित यूनियन बैंक के पास से दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद निकहत परवीन को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
यह गिरफ्तारी जनवरी 2025 में दर्ज एक शिकायत से जुड़ी है। बहादुरगंज निवासी सुभाष सोनकर ने आरोप लगाया था कि निकहत के पति और बहादुरगंज के मौजूदा नगर पंचायत अध्यक्ष रियाज अंसारी ने दबंगई दिखाते हुए उनकी जमीन की जबरन रजिस्ट्री करा ली। जब सुभाष सोनकर ने इसका विरोध किया, तो रियाज अंसारी, निकहत परवीन और उनके दो साथियों ने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। इस मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।

पुलिस ने इस मामले में पहले ही त्वरित कार्रवाई करते हुए रियाज अंसारी और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया था, लेकिन निकहत परवीन लगातार पुलिस की पकड़ से बच रही थीं और उन्हें फरार घोषित किया गया था।
मुख्तार अंसारी गैंग से संबंध की पुष्टि
जाँच के दौरान पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि निकहत परवीन के पति रियाज अंसारी का गैंग डी-31 मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ा हुआ है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, निकहत परवीन भी इस आपराधिक समूह में एक सक्रिय सदस्य के रूप में चिन्हित हैं। कासिमाबाद पुलिस की इस कार्रवाई को मुख्तार अंसारी के गिरोह के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, निकहत गैंग की आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने, डराने-धमकाने और कब्जा कराने जैसे कार्यों में सक्रिय रही है। रियाज अहमद और निकहत लोगों को धमकाने, जमीन कब्जा करने, फिरौती मांगने समेत कई मामलों में आरोपी हैं। रियाज और निकहत के खिलाफ 17 जनवरी को मुकदमा हुआ था। जिसके बाद रियाज को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन निकहत फरार थी।









