Ghazipur News: गाजीपुर के मुहम्मदाबाद क्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण तेजी पकड़ रहा है। कुल लगभग एक हजार एकड़ जमीन में से 369 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री पूरी हो चुकी है, जबकि शेष 631 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। यह जमीन मुहम्मदाबाद तहसील के 13 गांवों में फैली हुई है।
गाजीपुर उद्योग विभाग के उपायुक्त प्रवीण मौर्य ने बताया कि जैसे ही जमीन अधिग्रहण का काम पूरा होगा, निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। इसके बाद औद्योगिक इकाइयों को जमीन आवंटित की जाएगी।
इस परियोजना को विकसित करने की मुख्य जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण (यूपीडा) निभा रहा है। वाराणसी से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तैयार होने से पूर्वांचल के कारीगरों और युवाओं को रोजगार की तलाश में दिल्ली, मुंबई, आगरा, सूरत, अहमदाबाद या बेंगलुरु जैसे शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। इस औद्योगिक क्षेत्र से वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली, गोरखपुर और आसपास के अन्य जिलों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।
अपर आयुक्त (उद्योग) उमेश कुमार सिंह ने बताया, “गाजीपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तैयार होने से पूर्वांचल में उद्योग और रोजगार के हजारों अवसर खुलेंगे। यूपीडा इस परियोजना को गति दे रहा है और किसानों को मुआवजा भी दिया जा रहा है।”
दो महीने पहले हुआ था सर्वे और भूमि निरीक्षण, कौन से गांव आए जद में?
यूपी सरकार ने हैदरिया से लखनऊ तक 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारा विकसित करने की योजना तैयार की थी। इसमें चकबाला, चक डुमरिया, अवथही बसंत और आसपास के कई गांवों की जमीन शामिल है। पहले चरण में सोनाड़ी, बाजिदपुर और बघौरी की भूमि की रजिस्ट्री हो चुकी है। दूसरे चरण में चाकफातमा, अवथही और वाजिदपुर के किसानों की जमीन का बैनामा किया जा रहा है।
| गांव का नाम | जमीन का रकबा (हेक्टेयर) |
|---|---|
| चकबाला | 104.93 |
| चकडुमरिया | 42.534 |
| अवथहीं बसंत | 14.031 |
| बघौरी टी सोनारी | 43.571 |
| चकभीक्खू | 36.8249 |
| महेशपुर | 11.845 |
| चकवाजिदपुर | 9.658 |
| मच्छटी | 16.804 |
| सोनाडी | 83.876 |
| चकफातमा | 4.2050 |
| चकगिरधारियां | 4.918 |
| भोपतपुर मु. सोनारी | 69.400 |
| जगदीशपुर टी महती-मच्छटी | 5.386 |
यूपीडा के वरिष्ठ भू-अर्जन अधिकारी नागेंद्र शर्मा, एनएचआई के इंजीनियर और तहसीलदार की टीम ने स्थलीय निरीक्षण भी किया था। निरीक्षण के दौरान पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 7 मीटर के सर्विस रोड को 30 मीटर तक चौड़ा करने के लिए नापी भी की गई।









