गाजीपुर: पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता ने एक बार फिर किसी की जान बचाकर बेमिसाल उपलब्धि हासिल की है। गाजीपुर में कप्तान डॉ. ईरज राजा की टीम ने सोशल मीडिया पर मिली एक सूचना के आधार पर, 12 किलोमीटर का सफर सिर्फ 18 मिनट में तय कर एक युवती को आत्महत्या करने से बचा लिया। पुलिस का यह सराहनीय कार्य पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इंस्टाग्राम पर सुसाइड का लाइव वीडियो
यह घटना गाजीपुर के सादात थाना क्षेत्र के कुन्दर्शीपुर गाँव की है। दरअसल, एक युवती ने प्रेम संबंध में हुए विवाद से नाराज होकर आत्महत्या करने का फैसला किया। उसने भारी मात्रा में दवा की गोलियां खा लीं और इसका वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। यह वीडियो यूपी पुलिस और युवती के लिए वरदान साबित हुआ।
दरअसल, वर्ष 2022 से उत्तर प्रदेश पुलिस और मेटा कंपनी (इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी) के बीच एक विशेष समन्वय व्यवस्था चल रही है। इसके तहत आत्महत्या से संबंधित किसी भी पोस्ट या लाइव वीडियो पर मेटा तुरंत यूपी पुलिस को अलर्ट भेजता है। इसी व्यवस्था के तहत, यूपी डीजीपी कार्यालय लखनऊ को युवती की जानकारी मिली और वहां से सादात पुलिस को सूचित किया गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस व्यवस्था के तहत 1 जनवरी 2023 से 10 अगस्त 2025 तक 1241 लोगों की जान बचाई जा चुकी है।
18 मिनट में 12 KM का सफर तय कर बचाया
सादात पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, टीम बिना कोई देरी किए तुरंत एक्शन में आ गई। उन्होंने 12 किलोमीटर की दूरी मात्र 18 मिनट में तय करते हुए युवती के घर पर धावा बोला। घर में उसके परिजनों को भी इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस टीम ने कमरे में चारपाई पर अचेत पड़ी युवती को तुरंत उठाया और उसे पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
डॉक्टरों ने बताया कि पुलिस के समय पर पहुँचने से युवती की जान बच गई, क्योंकि अगर उसे तुरंत इलाज नहीं मिलता तो उसकी जान जा सकती थी। इलाज के बाद युवती की हालत खतरे से बाहर है।
अधिकारियों और परिजनों ने की सराहना
होश में आने पर जब महिला कांस्टेबल ने युवती से इस कदम का कारण पूछा तो उसने प्रेम संबंध में हुए विवाद की बात बताई। इसके बाद सादात थाना पुलिस ने उसकी काउंसलिंग की, जिसके बाद उसने भविष्य में ऐसा कदम न उठाने का वादा किया। युवती के परिजनों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए हृदय से धन्यवाद दिया।
इस मामले पर क्षेत्राधिकारी भुडकुडा सुधाकर पांडे ने बताया कि सादात पुलिस को डीजी कार्यालय लखनऊ से जानकारी मिलने के बाद टीम ने तत्काल कार्रवाई की, जिससे युवती की जान बच पाई। कप्तान डॉ. ईरज राजा ने भी अपनी टीम की पीठ थपथपाकर इस ‘पॉजिटिव पुलिसिंग’ की सराहना की।