Ghazipur Seat LS polls 2024: जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav) के लिए मतदान में कुछ ही दिन शेष बचे हैं, राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई। राजनीतिक पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लगातार सूची जारी कर रहे हैं, और रणनीतिक तौर पर प्रत्याशियों को बदल भी रहे हैं। इस बीच यूपी की चर्चित लोकसभा सीट गाजीपुर की चर्चा जोरों पर है। और इस सीट से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं।
Lok sabha Election 2024
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा (BJP UP) यहां से अपने भरोसेमंद चेहरे मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) को फिर से मैदान में उतार सकती है। सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इस्तीफा देकर गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों की मानें तो पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह को जम्मू कश्मीर का उप राज्यपाल बनाया जाएगा।
बकौल सूत्र, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं और गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि 2019 में गाजीपुर से चुनाव हारने के बाद सिन्हा को 7 अगस्त, 2020 को जम्मू-कश्मीर का एलजी बनाया गया था।
मनोज सिन्हा का गाजीपुर से नाता:
- सिन्हा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले हैं।
- वे 1996, 1999 और 2014 में गाजीपुर से सांसद रह चुके हैं।
- 2019 के लोकसभा चुनाव में वे बसपा के अफजाल अंसारी से हार गए थे।
क्या भाजपा सिन्हा को फिर से मैदान में उतारेगी?
- सूत्रों का दावा है कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में सिन्हा को गाजीपुर से फिर से मैदान में उतार सकती है। हालांकि, भाजपा ने अभी तक उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। लेकिन यह लगभग तय हो चुका है कि मनोज सिन्हा को गाजीपुर से चुनावी मैदान में भाजपा उतारेगी। क्योंकि सिन्हा के अलावा भाजपा को कोई मजबूत चेहरा नजर नहीं आ रहा है। गौरतलब है कि गाजीपुर से सपा ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी को टिकट दिया है। माना जा रहा है कि मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अफजाल के प्रति सहानुभूति की लहर बह रही है।
वीके सिंह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल बन सकते हैं:
- सूत्रों का यह भी कहना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह को जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया जा सकता है।
- सिन्हा के इस्तीफे के बाद वीके सिंह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल का पदभार संभाल सकते हैं। इन दोनों घटनाओं की अभी आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
- प्रदेश के राजभवन के सूत्र इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
यह घटनाक्रम गाजीपुर लोकसभा चुनाव को रोचक बना देगा।
- यदि सिन्हा चुनाव लड़ते हैं, तो यह मुकाबला 2019 की तुलना में कड़ा होगा।
- अंसारी 2019 में बसपा के टिकट पर जीते थे, लेकिन अब बसपा और सपा गठबंधन में हैं।
- यह देखना होगा कि गठबंधन सिन्हा के खिलाफ किसे उतारता है।
यह घटनाक्रम जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य को भी प्रभावित करेगा।
- वीके सिंह का जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनना केंद्र सरकार की नीति में बदलाव का संकेत हो सकता है।
यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव और जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में इन घटनाओं का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।