Ghosi Bypoll Election 2023: घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए डाले जा रहे वोट, भाजपा-सपा के बीच सीधा मुकाबला

Ghosi Bypoll Election 2023: उत्तर प्रदेश में मऊ के घोसी विधानसभा सीट (Ghosi Bypoll) पर उपचुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। यहां सीधा मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है। गौरतलब है कि इस सीट पर छह वर्ष में चौथी बार चुनाव होने जा रहा है। घोसी उपचुनाव ऐसा चुनाव साबित होने वाला है जो आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कई सवालों के जवाब देकर जाएगा। क्योंकि यह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी गुट के नवगठित भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) के बीच पहला चुनाव है।

यूपी के घोसी (Ghosi Bypoll 2023) के अलावा केरल की पुथुपल्ली, पश्चिम बंगाल की जलपाईगुड़ी की धूपगुड़ी सीट, झारखंड की डुमरी और उत्तराखंड की बागेश्वर सीट और त्रिपुरा की बोक्सानगर और धनपुर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। चुनाव आयोग शुक्रवार 8 सितंबर को उपचुनाव के नतीजे जारी करेगा।

घोसी सीट पर क्यों हो रहा उपचुनाव?

मौजूदा विधायकों की मृत्यु के कारण पांच राज्यों में उपचुनाव आवश्यक हो गए, जबकि दो अन्य विधायकों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। उत्तर प्रदेश में दोबारा भाजपा की सरकार बनने पर दारा सिंह चौहान ने एक वर्ष बाद ही सपा और विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद से यह सीट खाली थी जिसपर पांच सितंबर को उपचुनाव हो रहा है। भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) और सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह (sudhakar singh) के बीच मुकाबला है। इस तरह से छह वर्ष में चार बार विधायकी का चुनाव चर्चा में बना है।

उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान को लेकर घोसी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। वोटिंग लिए 239 मतदान केंद्रों पर 455 बूथ बनाए गए हैं। 239 मतदान केंद्रों के 455 बूथों पर मतदान कराने के लिए सोमवार को पोलिंग पार्टियां रवाना हुईं, जो बूथों पर पहुंच गईं। मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा। इसके लिए पूरे निर्वाचन क्षेत्र को 2 जोन और 27 सेक्टर में विभाजित किया गया है। साथ ही दो जोनल और 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। उप चुनाव में 4,30,976 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

घोसी विधानसभा सीट पर भाजपा मजबूत

साल 2017 में यहां हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी फागू चौहान ने जीत दर्ज की थी। चौहान के सामने माफिया मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी थे जिन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। फागू चौहान इसके बाद बिहार के राज्यपाल बनाए गए और इस्तीफा देने से रिक्त सीट पर 2019 में उपचुनाव हुआ। इसमें भाजपा प्रत्याशी के रूप मे विजय राजभर ने सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को पराजित किया। हालांकि इस बार देखना है कि जनता किसे चुनती है।

 

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