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Heer Express Review: एक सफल पारिवारिक ड्रामा जो दिल छू जाती है!

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Heer Express Review: हीर एक्सप्रेस 2025 की सबसे चर्चित हिंदी फिल्मों में से एक है, जिसे उमेश शुक्ला ने डायरेक्ट किया है। उमेश शुक्ला ने पहले भी ‘ओह माई गॉड’ और ‘102 नॉट आउट’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनाकर दर्शकों का दिल जीता है। यह फिल्म एक पारिवारिक ड्रामा है जो हंसी, मजाक, रोमांस और जिंदगी की चुनौतियों से भरपूर है। फिल्म की खास बात यह है कि इसमें दिविता जुनेजा अपने पहले फिल्मी रोल में नजर आ रही हैं, और उनके साथ अनुभवी कलाकारअशु तोष राणा, संजय मिश्रा, गुलशन ग्रोवर और प्रीत कामानी भी हैं ।आइए, अब विस्तार से जानते हैं कि आखिर यह फिल्म दर्शकों को कितना पसंद आई और इसकी क्या खूबियाँ और कमियाँ हैं।

Heer Express की कहानी, कितनी नई या पुरानी ?

हीर एक्सप्रेस की कहानी एक पारिवारिक और भावनात्मक सफर है जो हीर नाम की लड़की की जिंदगी पर आधारित है। हीर के माँ की मौत के बाद, वह यूके जाती है और वहाँ अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करती है। उसे खाना बनाना बहुत पसंद है, और वह अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाना चाहती है । कहानी में कॉमेडी, रोमांस और ड्रामा का बेहतरीन मिश्रण है, जो दर्शकों को बांधे रखता है।

मौलिकता:  कहानी थोड़ी पुरानी लग सकती है, क्योंकि हमने ऐसी कई फिल्में देखी हैं जहाँ नायक/नायिका विदेश जाते हैं और वहाँ संघर्ष करते हैं। लेकिन हीर के करैक्टर और उसकी जिंदगी की चुनौतियों को एक नए अंदाज में पेश किया गया है।

ट्विस्ट: फिल्म में एक बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब हीर को पता चलता है कि उसकी माँ ने उसके लिए क्या सपना देखा था। यह ट्विस्ट दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ देता है और कहानी को आगे बढ़ाता है।

अभिनय (Acting) 

फिल्म में सभी कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया। दिविता जुनेजा यह दिविता की पहली फिल्म है, लेकिन उन्होंने इतना बेहतरीन अभिनय किया है कि लगता ही नहीं कि वह नई हैं। उन्होंने हीर के जज़्बात, गुस्सा, खुशी और संघर्ष को बहुत ही अच्छे से दिखाया है ।

अशुतोष राणा: अशुतोष राणा ने मेंटर की भूमिका निभाई है और वह फिल्म के सबसे यादगार करैक्टर बन गए हैं। उनकी एक्टिंग इतनी शक्तिशाली है कि हर सीन में वह छा जाते हैं ।

संजय मिश्रा और गुलशन ग्रोवर: इन दोनों ने कॉमेडी और ड्रामा का बेहतरीन संगम पेश किया है। संजय मिश्रा की टाइमिंग और गुलशन ग्रोवर का अलग अंदाज दर्शकों को खूब पसंद आया ।

प्रीत कामानी: प्रीत ने रोमांटिक लीड की भूमिका निभाई है और उनका स्क्रीन प्रेजेंस अच्छा है, लेकिन कभी-कभी वह थोड़े फीके लगते हैं।

Heer Express Review: संगीत और तकनीकी पक्ष

 

संगीत: फिल्म का संगीत तानिश्क बागची, अव्वी सरा, जैरी सिंह और सकर सिंह ने दिया है। गाने मस्ती भरे और भावनात्मक हैं, लेकिन कोई भी गाना सुपरहिट नहीं लगता। बैकग्राउंड स्कोर कहानी के अनुकूल है और मूड को सेट करता है ।

सिनेमैटोग्राफी: समीर आर्या ने फिल्म की सिनेमैटोग्राफी की है। यूके और भारत की सुंदर तस्वीरें दर्शकों को आकर्षित करती हैं। हर शॉट को बहुत ही खूबसूरती से फिल्माया गया है ।

एडिटिंग: मयूर हरदास की एडिटिंग सही है, लेकिन फिल्म थोड़ी लंबी लगती है। अगर कुछ सीन्स को छोटा किया जाता, तो फिल्म और भी जबरदस्त बन सकती थी.

निर्देशन (Direction) – उमेश शुक्ला का जादू!

उमेश शुक्ला ने फिल्म को बहुत ही संवेदनशीलता से डायरेक्ट किया है। उन्होंने कहानी के हर पहलू पर ध्यान दिया है और सभी कलाकारों के अभिनय को सही दिशा दी है। फिल्म की रफ्तार शुरुआत में थोड़ी धीमी है, लेकिन बीच में आते-आते यह बढ़िया हो जाती है। संवाद  हंसी-मजाक और भावनाओं से भरपूर हैं, जो दर्शकों को जोड़े रखते हैं ।

Heer Express Review: मनोरंजन व संदेश (Entertainment & Message)

फिल्म पूरी तरह से एंटरटेन करती है। इसमें हंसाने वाले, रुलाने वाले और रोमांटिक सीन्स हैं, जो सभी उम्र के दर्शकों को पसंद आएंगे। अगर आप पारिवारिक ड्रामा पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए .

फिल्म का मुख्य संदेश है कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमें कठिनाइयों  से नहीं घबराना चाहिए। साथ ही, यह परिवार के प्यार और समर्थन पर भी जोर देती है.

 

कमजोरियां (Weak Points)

  1. लंबाई: फिल्म 2 घंटे 22 मिनट की है, जो थोड़ी लंबी लगती है। कुछ दृश्यों को छोटा किया जा सकता था .
  2. संगीत: गाने साधारण हैं और दर्शकों पर ज्यादा असर नहीं छोड़ते।
  3. पुरानी कहानी- कहानी में कुछ नया नहीं है, जिससे दर्शकों को थोड़ी निराशा हो सकती है।

 

क्यों देखें और क्यों न देखें? (Why Watch or Not Watch?)

क्यों देखें? 👍

 

  1. पारिवारिक मनोरंजन अगर आप घर के साथ बैठकर कोई अच्छी फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म बिल्कुल सही है।
  2. शानदार अभिनय दिविता जुनेजा और अशुतोष राणा का अभिनय देखने लायक है।

 

क्यों न देखें? 👎

 

  1. लंबी फिल्म: अगर आप **कम समय** वाली फिल्में पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपको **बोर** कर सकती है।
  2. पुरानी कहानी: अगर आप बिल्कुल नई कहानी चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए नहीं है।

 

रेटिंग: ⭐⭐⭐½ (3.5/5) 

हीर एक्सप्रेस एक अच्छी पारिवारिक फिल्म है जो दर्शकों को हंसाती भी है और रुलाती भी है। हालाँकि, इसमें कुछ कमियाँ हैं, लेकिन अभिनय और निर्देशन इसे खास बनाते हैं। मैं इस फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार देना चाहूंगा।

निष्कर्ष (Conclusion)

हीर एक्सप्रेस एक दिलचस्प और भावनात्मक फिल्म है जो आपको हंसाएगी, रुलाएगी और सोचने पर मजबूर भी करेगी। अगर आप पारिवारिक ड्रामा पसंद करते हैं, तो यह फिल्म जरूर देखें। हालाँकि, अगर आप एक्शन या थ्रिल चाहते हैं, तो यह फिल्म आपको पसंद नहीं आएगी। बाकी, फिल्म अच्छी है और वीकेंड पर देखने लायक है. 

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प्रश्न : . हीर एक्सप्रेस फिल्म कहाँ शूट की गई है?

उत्तर : यह फिल्म नाइटेड किंगडम और भारत में शूट की गई है। कुछ हिस्से लंदन में फिल्माए गए हैं .

प्रश्न :क्या दिविता जुनेजा की यह पहली फिल्म है?

उत्तर : हाँ, दिविता जुनेजा** की यह **पहली फिल्म** है, और उन्होंने इसमें **शानदार अभिनय** किया है .

प्रश्न : फिल्म का निर्देशन किसने किया है?

उत्तर : फिल्म का निर्देशन उमेश शुक्ला ने किया है, जिन्होंने ‘ओह माई गॉड’ और ‘102 नॉट आउट’ जैसी फिल्में बनाई हैं .

प्रश्न :क्या फिल्म में कोई रोमांस है?

उत्तर : हाँ, फिल्म में प्रीत कामानी के साथ रोमांस का एक हल्का सा एलिमेंट है, लेकिन यह मुख्य कहानी नहीं है.

प्रश्न :फिल्म किस लिए उपयुक्त है?

उत्तर : यह फिल्म सभी उम्र के दर्शकों के लिए उपयुक्त है, खासकर परिवार के साथ देखने के लिए .

संजय कुमार

मैं खबर काशी डॉटकॉम के लिए बतौर एक राइटर जुड़ा हूं। सिनेमा देखने का शौक है तो यहां उसी की बात करूंगा। सिनेमा के हर पहलू—कहानी, अभिनय, निर्देशन, संगीत और सिनेमैटोग्राफी—पर बारीकी से नजर रहती है। मेरी कोशिश रहेगी कि मैं दर्शकों को ईमानदार, साफ-सुथरी और समझदारी भरी समीक्षा दूँ, जिससे वो तय कर सकें कि कोई फिल्म देखनी है या नहीं। फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं, समाज का आईना भी होती हैं—और मैं उसी आईने को आपके सामने साफ-साफ रखता हूँ।"

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