मौनी अमावस्या स्नानः संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान होगा। इस अवसर से पहले देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।
रेलवे स्टेशन और रास्तों पर श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। प्लेटफार्म, प्रवेश द्वार और मेला क्षेत्र में पुलिस बल तैनात है, जबकि रेलवे सुरक्षा बल स्टेशन पर नजर रखे हुए है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है।
संगम तटों पर बैरिकेडिंग और विशेष प्रबंध
मेला प्रशासन ने स्नान पर्व के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए संगम तटों पर बैरिकेडिंग और विशेष प्रबंध किए हैं। हर सेक्टर और जोन में श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए अलग-अलग इंतजाम किए गए हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, रविवार रात 8:30 बजे तक 1.74 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। 26 जनवरी तक कुल 13.21 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मकर संक्रांति पर 14 जनवरी को 3.5 करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया था, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर यह संख्या 10 करोड़ तक पहुंच सकती है।
अखिलेश यादव ने भी संगम में स्नान कर आस्था प्रकट की
इससे पहले, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संगम में स्नान कर आस्था प्रकट की। उन्होंने सूर्य को अर्घ्य दिया और अपने दल के नेताओं के साथ स्नान किया।
मौनी अमावस्या के ऐतिहासिक स्नान को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में विशेष व्यवस्थाओं के साथ आस्था के इस पर्व को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने का प्रयास किया गया है।
–आईएएनएस इनपुट के साथ