झारग्रामः बुधवार को एक बयान में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (mamata banerjee) ने कहा कि भारत छोड़ो दिवस (quit india da) पर हम भाजपा से भारत छुड़वाने की कसम लेते हैं। ममता बनर्जी ने मणिपुर के आदिवासियों के लिए अपनी चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मणिपुर के आदिवासी संकट का सामना कर रहे हैं और उनकी तकलीफें सुनने वाला कोई नहीं है। गौरतलब है कि मणिपुर में आदिवासी 3 मई को शुरू हुई जातीय हिंसा से जूझ रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आदिवासी घोर संकट में हैं।
झारग्राम की तीन दिवसीय प्रशासनिक यात्रा के दौरान, बनर्जी ने मणिपुर की स्थिति से निपटने में विफल भाजपा की केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत में दलितों को प्रताड़ित किया जा रहा है। ममता ने दुनिया भर के लोगों से प्रभावित व्यक्तियों के समर्थन में प्रार्थना करने का आह्वान किया।
पूरे भारत में दलितों को प्रताड़ित किया जा रहा हैः ममता बनर्जी
भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर, बनर्जी ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस मौके पर उन्होंने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा को देश छोड़ देना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मणिपुर में आदिवासी और पूरे भारत में दलितों को प्रताड़ित किया जा रहा है। केंद्र को इससे फर्क नहीं पड़ रहा है।
बनर्जी ने इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस का भी जिक्र किया। बोस द्वारा हाल ही में एक विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में एक गैर-शिक्षाविद की नियुक्ति की जिसका संदर्भ देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि ‘‘राज्यपाल का पद संवैधानिक है और इसकी संवैधानिक सीमाएं हैं।’’
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्य के धन का उचित हिस्सा रोकने का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्य के धन का उचित हिस्सा रोकने का आरोप लगाया, जिसे वह पश्चिम बंगाल की उपेक्षा मानती हैं। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से इस कथित लापरवाही के खिलाफ लड़ने की कसम खाई।