shimla temple collapse: 14 अगस्त को समर हिल इलाके में भारी भूस्खलन हादसे में मरने वालों की संख्या 13 पहुंच गई है। बचाव अभियान में लगी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड की टीम ने बुधवार को 1 और शव बरामद किए। गौरतलब है कि मंगलवार को भी बचाव टीम ने एक शव मलबे से बाहर निकाला था। ऐसे में अबतक कुल 13 शव मलबे से बरामद हुए हैं। शिमला(शहरी) के एसडीएम भानु गुप्ता ने स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद कहा कि मलबे में 21 शव हो सकते हैं।
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया- स्थानीय लोगों के मुताबिक हमने पुष्टि की है कि 21 शव हो सकते हैं जिनमें से हमने पिछले दो दिनों में 12 शव बरामद किए हैं। खोज अभियान जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड अभियान में लगे हुए हैं। अगर हमें कुछ लोगों के जीवित होने की कोई सकारात्मक खबर मिलती है, तो हम उन्हें ठीक से बचा लेंगे।
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#WATCH मिली जानकारी के मुताबिक यहां पर कुल 21 पीड़ित हो सकते हैं। कल तक हमें 12 शव बरामद हुए थे। आज हमें एक और शव मिला, इस तरह 13 शव बरामद हो चुके हैं। हम भारी मशीनरी के अलावा विशेष उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। हम पुष्टि नहीं कर सकते कि खोज कब ख़त्म होगी क्योंकि निचले क्षेत्र… pic.twitter.com/ANtO7FYNh5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2023
अधिकारियों की मानें तो बचाव कार्य में काफी परेशानी आ रही है। बीएस राजपूत, 14 एनडीआरएफ द्वितीय,कमान ने कहा कि हम भारी मशीनरी के अलावा विशेष उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। हम पुष्टि नहीं कर सकते कि खोज कब ख़त्म होगी क्योंकि निचले क्षेत्र में शव कम से कम 2 किमी तक फैले हुए हैं और हम वहां मशीनों का उपयोग नहीं कर सकते हैं इसलिए बचाव मैन्युअल रूप से करना होगा।
हिमाचल प्रदेश के शिमला में क्षतिग्रस्त शिव मंदिर के मलबे में से मंगलवार और बुधवार को एक-एक व्यक्ति का शव बरामद होने और कृष्णा नगर इलाके में शाम को भूस्खलन के कारण दो लोगों की मौत के बाद राज्य में बारिश के कारण हुई घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है।
गौरतलब है कि कृष्णानगर इलाके में भूस्खलन के बाद कम से कम आठ घर ढह गए और एक बूचड़खाना मलबे में दब गया। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि ताजा भूस्खलन में दो शव बरामद किए गए हैं। उधर, हिमाचल के कांगड़ा के इंदौरा में बाढ़ पीड़ितों को बचाने और राहत पहुंचाने के लिए अभियान फिर से शुरू किया गया। प्रभावित लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।