House Arrest Show: एजाज खान ने शो के नाम पर लड़कियों से उतरवाए कपड़े, गंदे पोजिशन करवाया ट्राय, भड़के लोग

House Arrest Show: जहां हाल ही में स्टैंडअप कॉमेडियन समय रैना के शो को लेकर उठा विवाद थमा ही था, वहीं एजाज खान के शो ने OTT कंटेंट की अश्लीलता को लेकर एक नया विस्फोट खड़ा कर दिया है। उल्लू ऐप पर स्ट्रीम हो रहे रिएलिटी शो ‘हाउस अरेस्ट’ का एक दो मिनट का क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने जनता से लेकर नेताओं तक को झकझोर दिया है। हालांकि विवाद के बाद उल्लू ऐप ने शो को प्लेटफॉर्म से हटा दिया है।

इस क्लिप में एजाज खान कंटेस्टेंट्स से कपड़े उतारने, यौन मुद्राओं पर बात करने और उन्हें कैमरे के सामने अभिनय करने के लिए कह रहे हैं। सिर्फ बातचीत ही नहीं, प्रतिभागी इन पोजिशनों को परेशानी और झिझक के बावजूद ऑन-कैमरा परफॉर्म करते भी दिख रहे हैं। यह नजारा दर्शाता है कि OTT पर कंटेंट की निगरानी कैसे बुरी तरह नाकाम हो रही है।

मनोरंजन” की आड़ में अश्लीलता का खुला खेल

एजाज खान के इस शो की फुटेज में एक प्रतिभागी लड़की को दूसरे कंटेस्टेंट्स को कामसूत्र की मुद्राएं सिखाते देखा गया। कैमरे के सामने जो कुछ घटा, उसने सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश पैदा कर दिया। लोगों ने इस शो को “मनोरंजन की आड़ में यौन हिंसा और संस्कृति पर हमला” बताते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय को टैग कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

लोगों का कहना है कि यह शो इस हद तक घिनौना और अनैतिक है कि इसके फुटेज सार्वजनिक रूप से दिखाए भी नहीं जा सकते। एजाज खान और शो के निर्माताओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है।

कानूनी शिकंजा: NCW ने भेजा समन, FIR दर्ज

इस घोर आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उल्लू ऐप के CEO विभु अग्रवाल और होस्ट एजाज खान को समन जारी किया है। दोनों को 9 मई 2025 को आयोग के सामने पेश होना होगा।

NCW अध्यक्ष विजया रहाटकर ने तीखी प्रतिक्रिया में कहा-“यह शो महिलाओं की गरिमा, सहमति और डिजिटल नैतिकता – तीनों का अपमान करता है। यह किसी भी प्लेटफॉर्म पर स्वीकार्य नहीं है।”

इस बीच, वकील विनीत जिंदल ने भी दिल्ली पुलिस में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें शो को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और कानूनों का उल्लंघन करार दिया गया है। FIR में शो से जुड़े सभी जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।

संसद से सड़क तक गूंजा मामला

शिवसेना (उद्धव) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने खुलासा किया कि उन्होंने OTT पर अश्लील कंटेंट के मुद्दे को पहले ही संसदीय समिति में उठाया था, लेकिन अभी तक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया है।

महाराष्ट्र भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष चित्रा वाघ ने एजाज खान के शो को “अश्लीलता की पराकाष्ठा” बताया और इसकी तत्काल बैन की मांग करते हुए कहा- “यह शो सिर्फ कंटेंट नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और नई पीढ़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा हमला है।”

OTT पर सेंसरशिप और जवाबदेही की बहस तेज

‘हाउस अरेस्ट’ एक ऐसा उदाहरण बन गया है जिसने OTT प्लेटफॉर्म्स की जवाबदेही, नैतिकता और नियमन पर बहस को और तेज कर दिया है। अब सवाल यह है – क्या सरकार और नियामक संस्थाएं इस मौके पर कोई ठोस मिसाल कायम करेंगी, या फिर यह भी कुछ दिनों बाद एक वायरल क्लिप भर बनकर रह जाएगा?

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