who shot baba siddique : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात को मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी, जिनका जन्म 13 सितंबर 1958 को बिहार के गोपालगंज जिले के मांझा गांव में हुआ था, बचपन में ही अपने पिता के साथ मुंबई चले गए थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई मुंबई में ही हुई थी, और बाद में उन्होंने शहजीन सिद्दीकी से विवाह किया, जिनसे उनकी एक बेटी, डॉ. अर्शिया सिद्दीकी और एक बेटा, जीशान सिद्दीकी है। जीशान सिद्दीकी वर्तमान में कांग्रेस के विधायक हैं।
राजनीति में कदम और सफर
बाबा सिद्दीकी ने अपनी राजनीतिक यात्रा 1977 में एनएसयूआई से शुरू की और बाद में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। 1988 में मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए और 1999 से 2009 तक तीन बार बांद्रा पश्चिम से विधायक रहे। वे 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र सरकार में राज्यमंत्री भी रहे। राजनीति में लगभग 48 साल तक सक्रिय रहने के बाद, 2024 में उन्होंने अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल होने का फैसला किया था।
इफ्तार पार्टी के शौकीन
बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टियां हमेशा चर्चा में रहती थीं। इन पार्टियों में बॉलीवुड और राजनीति की कई बड़ी हस्तियां शामिल होती थीं। 2013 में, उनकी इफ्तार पार्टी ने बॉलीवुड के दो बड़े सितारे, सलमान खान और शाहरुख खान के बीच चल रहे लंबे झगड़े को खत्म करने का महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया था।
बिहार से चुनाव लड़ने की अटकलें
बाबा सिद्दीकी के जेडीयू और आरजेडी नेताओं के साथ अच्छे संबंध थे, जिसके चलते ऐसी अटकलें थीं कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार से खड़े हो सकते हैं। 2022 में आरजेडी से राज्यसभा टिकट मिलने की भी चर्चा थी, हालांकि ऐसा संभव नहीं हो पाया।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दावा और हत्या की जांच
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में दो संदिग्ध गिरफ्तार किए गए हैं, जिन्होंने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया है। पुलिस अभी इस दावे की जांच कर रही है। मुंबई पुलिस गैंग की संभावित संलिप्तता और हत्या के पीछे के कारणों को जांच रही है। बाबा सिद्दीकी का नाम बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के करीबी दोस्तों में शुमार था, जिन्हें पहले भी बिश्नोई गैंग से धमकियां मिल चुकी हैं।
14 अप्रैल को सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग की घटना के बाद, यह साफ हो गया था कि बिश्नोई गैंग से जुड़े शूटर सक्रिय हैं। पुलिस की चार्जशीट में यह भी सामने आया कि बंदूकधारी लगातार सलमान की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। हालांकि, बाबा सिद्दीकी ने खुद कभी बिश्नोई गैंग से किसी तरह के खतरे की बात नहीं कही थी।
मामले की तेजी से जांच और आगे की कार्रवाई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस हत्या मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की घोषणा की है। जांच की जिम्मेदारी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक को सौंपी गई है। पुलिस मामले की दो एंगल से जांच कर रही है—एक, बिश्नोई गैंग की संलिप्तता और दूसरा, झुग्गी पुनर्वास प्रोजेक्ट से जुड़ा विवाद।
महाराष्ट्र की राजनीति और बॉलीवुड जगत में शोक
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने न केवल राजनीतिक जगत बल्कि बॉलीवुड और सामाजिक क्षेत्रों में भी गहरा आघात पहुंचाया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी संवेदना व्यक्त की, जिसमें उन्होंने बाबा सिद्दीकी को “जिंदादिल इंसान” बताया और उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में साहस प्रदान करने की कामना की।