यूपी के सबसे बड़ा डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) अपनी मूँछों पर ताव देने के लिए मशहूर था। मीडिया के सामने आना हो या फिर किसी सभा या रैली में, मुख्तार की एंट्री मूँछों पर ताव देने के साथ ही होती थी। अब जब डॉन नहीं रहा तो उसकी मूँछों पर ताव देने का काम उसके छोटे बेटे उमर अंसारी ने किया। मुख्तार का जनाजा उठने से पहले बेटे उमर ने अपने वालिद मुख्तार की मूँछों पर आखिरी बार ताव दिया। इसके बाद डॉन का जनाजा (mukhtar Ansari funeral ) उठा।
मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर के कालीबिग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जा चुका है। मुख्तार के जनाजे में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। अंतिम यात्रा के दौरान पुलिस बल मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था में लगी रही। कालीबाग कब्रिस्तान में उसके समर्थक घूसने की कोशिश भी की लेकिन पुलिस ने सख्ती बरती और कब्रिस्तान के गेट पर से खदेड़ दिया। जनाजे के साथ कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार के लोगों को ही जाने की अनुमति दी। इसके बाद गेट को बंद कर दिया गया।
ग़ाज़ीपुर और पूर्वांचल की अवाम मुख़्तार अंसारी को दलित-पिछड़े-अल्पसंख्यकों के रक्षक के रूप में याद रखेगी!
अलविदा #मुख़्तार_अंसारी 💐💐💐 pic.twitter.com/rFaGGQaAFa— Saurabh Tiwari Sanni (@SanniSaurabh51) March 30, 2024
मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को बांदा के जेल में दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। मुख्तार का शुक्रवार रात उसके मुहम्मदाबाद के आवास पहुंचा। और आज गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में दफना दिया गया।
#WATCH ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश: गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार के दौरान उनके समर्थकों द्वारा कब्रिस्तान में प्रवेश करने के लिए बैरिकेडिंग तोड़ने से अफरा-तफरी मच गई। pic.twitter.com/xUe5TkIriq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 30, 2024