उत्तर प्रदेश की एटीएस ने एक बड़े संगठित धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बलरामपुर जिले से हाल ही में मुख्य साजिशकर्ता जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है। खुद को ‘सूफी संत’ और ‘हजरत जलालुद्दीन पीर बाबा’ बताने वाला यह व्यक्ति प्रेमजाल, अंधविश्वास और लालच के ज़रिए ब्राह्मण, क्षत्रिय, सिख और पिछड़ी जातियों की युवतियों को धर्मांतरण के लिए मजबूर करता था। जांच एजेंसियों ने अब तक गिरोह से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश जारी है।
100 करोड़ से अधिक विदेशी फंडिंग और 40 बैंक खातों का नेटवर्क
एटीएस के मुताबिक, गिरोह के पास देश-विदेश से आने वाली भारी-भरकम फंडिंग के प्रमाण मिले हैं। गिरोह के 40 से अधिक बैंक खातों में करीब 100 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग का खुलासा हुआ है, जिसे अवैध धर्मांतरण और संपत्ति खरीदने में लगाया गया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह 10 से 12 लाख रुपये में पिछड़ी जाति की युवतियों और 16 लाख रुपये में ऊंची जाति की लड़कियों का धर्मांतरण करवाता था। इन युवतियों से शादी के बाद बच्चों को मदरसों और इस्लामिक संस्थाओं में भेजकर उनका भी धर्मांतरण कराया जाता था।
गिरोह का कार्यशैली: प्रेमजाल, अंधविश्वास और संस्थागत सहयोग
छांगुर बाबा और उसका नेटवर्क युवतियों को तंत्र-मंत्र, झाड़-फूंक और आस्था के नाम पर फंसाते थे। गिरोह ने कई कथित इस्लामिक संस्थाओं के माध्यम से धर्मांतरण को संगठित स्वरूप दिया था। एजेंट देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय थे और उन क्षेत्रों में अपना जाल फैला चुके थे।
बलरामपुर में बुलडोजर कार्रवाई, संपत्ति जब्त
गिरफ्तारी के बाद बलरामपुर के उतरौला में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। एसपी विकास कुमार ने कहा, “यह संपत्ति सरकारी जमीन पर बनाई गई थी। पुलिस और पीएसी की तैनाती के बीच इसे ध्वस्त किया जा रहा है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। आरोपी की गतिविधियां न सिर्फ समाज विरोधी, बल्कि राष्ट्रविरोधी भी हैं। उसे ऐसी सज़ा दी जाएगी जो समाज के लिए नज़ीर बनेगी। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सरकार कोई ढील नहीं देगी।”
सीएम योगी ने कहा कि सभी दोषियों की संपत्ति जब्त की जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में शांति और महिलाओं की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
18 अन्य आरोपी रडार पर, पूर्व मंत्री का नाम भी जांच में
राज्य के मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि इस गिरोह से जुड़े 18 और लोगों की पहचान की गई है, जिनमें एक पूर्व मंत्री का नाम भी सामने आया है। उन्होंने कहा, “अगर कोई व्यक्ति धर्मांतरण कराकर अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करता है, तो बुलडोजर जरूर चलेगा।”