Ghazipur News: गाजीपुर के भांवरकोल थाना क्षेत्र के एक गांव से तीन किशोरियों के एक साथ रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने से सनसनी फैल गई है। घटना 21 अप्रैल, सोमवार की है, जब दोपहर करीब 11 बजे तीनों सहेलियां अचानक लापता हो गईं।
परिजनों ने पहले अपने स्तर पर काफी तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो वे थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। किशोरियों की पहचान जयप्रकाश राम, मुन्नाराम और अगनू की पुत्रियों के रूप में हुई है, जिनकी उम्र 14 से 17 वर्ष के बीच है।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए 137(2) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और हर संभावित कोण से जांच शुरू कर दी है। तीन किशोरियों के एक साथ गायब होने की घटना ने पुलिस प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। पुलिस की टीमें गांव व आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चला रही हैं।
🔴गुमशुदा की तलाश
जनपद गाजीपुर से संबंधित निम्नलिखित सभी गुमशुदा बच्चे/बच्चियों की तलाश/बरामदगी हेतु आपका सहयोग अपेक्षित है।
इनसे संबंधित कोई भी सूचना प्राप्त होने पर तत्काल 9454401625,9454401627,
9454403469 नंबरों पर सूचित करें । धन्यवाद।@bihar_police @upgrphq @rpfpcgkp… pic.twitter.com/LZO1Q4q5Eu— Ghazipur Police (@ghazipurpolice) April 26, 2025
स्थानीय लोगों के बीच दहशत और बेचैनी का माहौल है। वहीं, परिजन बेसब्री से अपनी बेटियों के सकुशल लौटने की दुआ कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हर पहलू पर बारीकी से जांच की जा रही है और जल्द ही बच्चियों का पता लगा लिया जाएगा।
जमानियां ईंट भट्ठे से भी तीन बच्चे लापता
गौरतलब है कि जमानियां (Zamania) थाना क्षेत्र के लहुआर गांव स्थित एक ईंट-भट्ठे से भी शुक्रवार एक मजदूर के तीन छोटे-छोटे बच्चे अचानक रहस्यमय हालात में गायब हो गए।
रेवतीपुर के सईताबांध गांव निवासी ओमप्रकाश वनवासी अपने परिवार के साथ लहुआर गांव के एक ईंट-भट्ठे पर मेहनत-मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे थे। रोजाना की तरह शुक्रवार को भी ओमप्रकाश और उनकी पत्नी तारा देवी काम में व्यस्त थे, जबकि उनके तीनों बच्चे- 12 वर्षीय अतवारी, 10 वर्षीय अर्जुन और 9 वर्षीय रोशन- भट्ठे के पास खेलते हुए समय बिता रहे थे।
दोपहर में जब दंपति काम से थककर खाना खाने के लिए अपनी झोपड़ी पर लौटे, तो देखा कि बच्चे वहां मौजूद नहीं थे। पहले उन्होंने सोचा कि बच्चे आसपास ही खेल रहे होंगे, लेकिन काफी देर तक ढूंढने के बाद भी जब बच्चों का कोई सुराग नहीं मिला, तो उनकी चिंता गहरी बेचैनी में बदल गई। घबराए माता-पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।