एयर स्ट्राइक के बाद वाराणसी रेलवे स्टेशन पर हाई अलर्ट, सघन चेकिंग अभियान जारी

भारत द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के नौ ठिकानों पर की गई सटीक सैन्य कार्रवाई के बाद वाराणसी रेलवे प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। कैंट रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया।

इस दौरान प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया और ट्रेनों में सुरक्षा बलों की गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है। संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जीआरपी और आरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए इस ऑपरेशन में डॉग स्क्वायड की टीम भी शामिल रही।

जीआरपी सीओ कुंवर प्रताप सिंह के नेतृत्व में सुरक्षाबलों ने स्टेशन परिसर में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान संदिग्ध यात्रियों से पूछताछ की गई और लगेज की बारीकी से जांच की गई। सुरक्षा अधिकारियों ने यात्रियों से किसी भी तरह की अफवाहों से बचने की अपील करते हुए कहा कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि तुरंत पुलिस को सूचित करें।

स्टेशन निदेशक ने जानकारी दी कि रेलवे प्रशासन ने एडीआरएम की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की, जिसमें रेलवे सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में यह तय किया गया कि यात्रियों की जांच-पड़ताल निरंतर जारी रहेगी। स्टेशन परिसर में मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वायड के माध्यम से चौकसी और गहन सुरक्षा जांच सुनिश्चित की जा रही है।

रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पूरी प्रणाली अलर्ट पर है और यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

गौरतलब है कि बुधवार को भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक और लक्षित हमले किए। इन हमलों के तहत पाकिस्तान में चार और पीओके में पांच ठिकानों को निशाना बनाया गया।

भारतीय सशस्त्र बलों ने इन अभियानों में विशेषीकृत हथियारों का उपयोग किया, जिनका उद्देश्य लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), और हिज़्बुल मुजाहिद्दीन (HM) जैसे आतंकवादी संगठनों के बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करना था। पाकिस्तान की सेना ने दावा किया है कि इन हमलों में कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है और 46 घायल हुए हैं।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इन हमलों पर जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने अपने आत्मरक्षा, पूर्व-निवारण और प्रतिरोध के अधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त करने और आतंकियों को निष्क्रिय करने पर केंद्रित थी।

मिस्री ने इस ऑपरेशन को संयमित, गैर-उत्तेजक, संतुलित और जिम्मेदाराना करार दिया। सैन्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह अभियान सिर्फ 25 मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया, और यह कि चयनित स्थानों को अत्यंत सावधानी और रणनीतिक कारणों के तहत चुना गया था।

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