Winter Viral Fever: सर्दी में वायरल बुखार को किया अनदेखी तो होगा बड़ा नुकसान…जानें लक्षण, उपाय

Winter Viral Fever: सर्दी खुशनुमा मौसम (Cold Weather) होता है। टूरिस्टों को ये मौसम अपने आकर्षण में बांध लेता है। घुमंतू प्रवृत्ति के लोग इस मौसम में पूरी उर्जा के साथ लंबी यात्राएं करते हैं। हालांकि सर्दी या ठंड जब बढ़ती है तो यह अपनी चपेट में तुरंत ले लेता है। सर्दी, जुकाम, वायरल बुखार लोगों को परेशान करने लगते हैं। तो इस लेख में हम यहां इन परेशानियों से कैसे निपटा जाए, उसका जिक्र करने जा रहे हैं।

वायरल बुखार के लक्षण (Viral fever symptoms)

  • उच्च शारीरिक तापमान (99 डिग्री फ़ारेनहाइट से 103.5 डिग्री फ़ारेनहाइट; 37.25 डिग्री सेल्सियस से 39.5 डिग्री सेल्सियस)
  • कंपकंपी या कंपकंपी के साथ बार-बार ठंड लगना।
  • थकान और कमजोरी।
  • सिरदर्द (सिर के किसी भी क्षेत्र में दर्द)
  • गले में खराश (गले में दर्द या जलन)
  • बहती नाक (राइनोरिया)
  • मांसपेशियों में दर्द (माइलियागिया)

सर्दियों में वायरल बुखार से बचने के क्या हैं उपाय?

गर्म और हाइड्रेटेड रहें:

जैसे-जैसे तापमान गिरता है, आपके शरीर को गर्म रखना महत्वपूर्ण हो जाता है। सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऊनी कपड़ें पहनें। यह सुनिश्चित करें कि जब भी आप बाहर जाएं. स्कार्फ, टोपी और दस्ताने पहनना ना भूलें। कुछ लोग फैशन की वजह से इन चीजों को पहनने से कतराते हैं। लेकिन यही आपको ठंडी से बचाते हैं। हालांकि धीरे-धीरे यह मेट्रो सीटीज में फैशन का रूप भी लेने लगा है। ठंड के महीनों में दूसरी जरूरी चीज है हाइड्रेटेड रहना। अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाएं। इसके लिए हर्बल चाय, शोरबा और नींबू के साथ गर्म पानी जैसे गर्म पेय का सेवन करें।

Winter Viral Fever, how to take care of your body in cold

प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों से अपने शरीर को पोषण दें (Nourish Your Body with Immune-Boosting Foods)

संतुलित आहार वायरल बुखार को रोकने और इससे उबरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन और खनिजों से भरपूर प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि फल, सब्जियां, नट्स और बीज। प्राकृतिक जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुणों के लिए अपने भोजन में लहसुन, अदरक और हल्दी को शामिल करने पर विचार करें।

स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें: Practice Good Hygiene:

वायरल संक्रमण अक्सर संपर्क से फैलता है, इसलिए यह जरूरी है कि आप हाईजीन का विशेष ध्यान रखें। अपने हाथ बार-बार धोएं, खासकर भोजन से पहले, और अपने चेहरे को छूने से बचें। ऐसे समय में जब साबुन और पानी आसानी से उपलब्ध न हो, हैंड सैनिटाइज़र की एक छोटी बोतल अपने साथ रखें।

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जब मौका मिले आराम जरूर करें (Ensure Adequate Rest)::

यूं तो पेट पालने के लिए भागदौड़ की जिंदगी सामान्य हो चली है। हर कोई कमाने के लिए सुबह से लेकर शाम तक भागादौड़ कर रहा है। ऐसे में उनको सर्दी जल्दी से चपेट में लेता है। सर्दियों के महीनों के दौरान आपके शरीर को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है, और इसे पर्याप्त आराम प्रदान करना सर्वोपरि है। पर्याप्त नींद आपके प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करती है, इसलिए हर रात 7-9 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें। अपनी आरामदायक रातों का अधिकतम लाभ उठाने के लिए एक आरामदायक और आकर्षक नींद का माहौल बनाएं।

हल्के व्यायाम करें Engage in Gentle Exercise:

सर्दी में वायरल बुखार से बचने के लिए योग या छोटी सैर जैसे हल्के व्यायाम जरूर करें। यह आपके शरीर को तरोताजा कर सकते हैं और आपके मूड को बेहतर बना सकते हैं। सर्दियों की ठंड का सामना किए बिना सक्रिय रहने के लिए इनडोर वर्कआउट रूटीन भी एक बढ़िया विकल्प है।

विटामिन डी की कमी न होने दें Boost Vitamin D Levels:

सर्दियों के दौरान सूरज की रोशनी के सीमित संपर्क से विटामिन डी की कमी हो सकती है। विटामिन डी की खुराक लेने पर विचार करें या विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे वसायुक्त मछली, अंडे की जर्दी और फोर्टिफाइड डेयरी उत्पादों को अपने आहार में शामिल करें।

जरूरत पड़ने पर चिकित्सीय सलाह लें Seek Medical Advice when Needed:

यदि वायरल बुखार के लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करने में संकोच न करें। शीघ्र निदान और उचित चिकित्सा मार्गदर्शन जटिलताओं को रोक सकता है और रिकवरी में तेजी ला सकता है।

सर्दी में वायरल बुखार आने का मुख्य कारण

  1. इंफ्ल्यूएंजा वायरस (Influenza Virus): सर्दी में होने वाला वायरल बुखार का मुख्य कारण इंफ्ल्यूएंजा वायरस हो सकता है। इंफ्ल्यूएंजा एक तेज़ गति से फैलने वाला वायरस है और इससे व्यक्ति से व्यक्ति में आसानी से संक्रमित हो सकते हैं।
  2. रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (Respiratory Syncytial Virus – RSV): यह एक अन्य सामान्य सर्दी और फ्लू के कारण होने वाला वायरस है, खासकर छोटे बच्चों और बूढ़े वयस्कों के बीच में।
  3. राइनोवायरस (Rhinovirus): यह वायरस नाक और गले में संक्रमण का कारण बन सकता है और सर्दी या ठंडक के मौसम में आम तौर से होता है।
  4. कोरोनावायरस (Coronavirus): कुछ कोरोनावायरसेस भी सर्दी और बुखार का कारण बन सकते हैं। विशेषकर, Covid-19, जो 2019 से प्रगट हुआ, एक कोरोनावायरस से है जिससे सर्दी और फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं।
  5. अधिक संक्रमण शीतकालीन मौसम: सर्दी में लोग काफी करीब और आसपास रहते हैं। ऐसे में विभिन्न संक्रमण के फैलने की संभावन प्रबल हो जाती है।

 

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