इसरो (ISRO) का सबसे सबसे आधुनिक मौसम सैटेलाइट INSAT-3DS शनिवार को सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है। इस सैटेलाइट को GSLV-F14 रॉकेट के जरिए श्रीहरिकोट के सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 2 से छोड़ा गया। यह GSLV की 16वीं उड़ान है। बता दें कि यह सैटेलाइट समंदर, मौसम और इमरजेंसी सिग्नल सिस्टम की जानकारी देगा।
मौसम सैटेलाइट INSAT-3DS की महत्वपूर्ण जानकारी:
- जीएसएलवी एफ14 रॉकेट 17 फरवरी 2024 को मौसम उपग्रह इनसैट-3डीएस को पृथ्वी की भूस्थैतिक कक्षा में स्थापित करेगा।
- इस मिशन की पूरी फंडिंग भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा की गई है।
- यह लॉन्चिंग अंतरिक्ष की दुनिया में भारत की बढ़ती शक्ति का प्रतीक है।
मौसम सैटेलाइट INSAT-3DS की विशेषताएं:
- इनसैट-3डीएस सैटेलाइट समुद्र की सतह का बारीकी से अध्ययन करेगा।
- यह मौसम की सटीक जानकारी प्रदान करेगा, जिससे प्राकृतिक आपदाओं का बेहतर अनुमान लगाया जा सकेगा।
- यह भारतीय मौसम एजेंसियों के लिए बेहद उपयोगी होगा।
नॉटी बॉय नाम का कारण:
- यह जीएसएलवी एफ14 का 16वां मिशन होगा। एसएलवी एफ14 का एक नाम नॉटी बॉय भी है।
- इससे पहले, जीएसएलवी एफ14 के 40% मिशन असफल रहे हैं।
- पिछला मिशन सफल रहा था, लेकिन उससे पहले वाला मिशन असफल रहा था।
मौसम सैटेलाइट INSAT-3DS इनसैट-3डी का उन्नत स्वरूप है
- इनसैट-3डीएस, 2013 में लॉन्च किए गए मौसम उपग्रह इनसैट-3डी का उन्नत स्वरूप है।
- यह मौसम की बेहतर जानकारी प्रदान करेगा।